पार्क से उड़ता धुआं देख कर हमने सोचा हो आएं क्या बात है पता लगाएं वहां जल रहा था कचरा आयी एक आवाज़ हमे... पार्क से उड़ता धुआं देख कर हमने सोचा हो आएं क्या बात है पता लगाएं वहां जल रहा था ...
गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरियाली गुम हो जात गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरिया...
अगर कोई इनको धर्म से जोड़ता है ,वो इंसानियत से मुँह मोड़ता है सिर्फ अपने फायदे के खात अगर कोई इनको धर्म से जोड़ता है ,वो इंसानियत से मुँह मोड़ता है सिर्फ अपने फाय...
निकला था एक गीत मन के द्वार से, कि खो जाऊँ आज बस इसी शाम में। निकला था एक गीत मन के द्वार से, कि खो जाऊँ आज बस इसी शाम में।
यह प्रेम नहीं है ये जाल है, यह मन, मस्तिष्क की चाल है! यह प्रेम नहीं है ये जाल है, यह मन, मस्तिष्क की चाल है!
शोषण से सम्बन्धित शोषण से सम्बन्धित